इंजीनियर के पैर छूने लगे CM नीतीश
राहुल कुमार प्रियदर्शी(बिहार)
पटना!बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटनावासियों को एक और बड़ी सौगात दी है और अपने ड्रीम प्रोजेक्ट जेपी गंगा पथ फेज-3 का उद्घाटन किया। जेपी गंगा पथ थर्ड फेज के लोकार्पण के दौरान अजब नजारा देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इंजीनियर के पैर छूने के लिए आगे बढ़े। जेपी गंगा पथ फेज-3 के लोकार्पण के दौरान अलग ही नजारा देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पुल के काम को लेकर इंजीनियर्स से बात कर करने लगे। बात करते-करते उन्होंने अचानक कहा कि मैं आपके पैर छू लेता हूं। इस काम को जल्दी करवा दीजिए। इंजीनियर का पैर छूने के लिए मुख्यमंत्री आगे भी बढ़े, लेकिन उनके साथ खड़े विभागीय सचिव प्रत्यय अमृत ने हाथ जोड़कर मुख्यमंत्री को रोक दिया। ये पूरा वाकया उसवक्त का है, जब जेपी गंगा पथ-3 का मुख्यमंत्री ने लोकार्पण किया। इस दौरान के मुख्यमंत्री के साथ डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा, पटना साहिब सांसद रविशंकर प्रसाद, विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थ। जेपी गंगा पथ फेज-3 का उद्घाटन के बाद अब सीधे दीघा से लेकर पटनासिटी के कंगन घाट तक का सफर करना आसान हो जाएगा।इसके रोड के लोकार्पण से अब पटना और पटना सिटी में ट्रैफिक दबाव कम देखने को मिलेगा। आपको बता दें कि जेपी गंगा पथ के निर्माण की शुरुआत अक्टूबर 2013 में हुआ था, जिसकी कुल लागत 31 हजार करोड़ रुपये हैं। गौरतलब है कि 13 मई को गंगा पथ के कंगन घाट के रास्ते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुद्वारा पहुंचे थे। जानकारी हेतु बता दे कंगन घाट पर सोलर पैनल लगाए गए हैं। इसी तरह से सोलर पैनल जेपी सेतु के क़ई जगह पर लगाए गए है और इसी सोलर पैनल की सहायता से सेतु पर लगे स्ट्रीट लाइट जलती हैं। अटल पथ की तरह साइड बैरियर भी लगाए गए है ताकि कोई गाड़ी आने से आंखों को रिफ्लेक्ट ना कर सके। फिलहाल इसपर पैदल चलने के लिए चार लेन के कॉरिडोर में दोनों तरफ फुटपाथ भी बनाया गया है। जेपी गंगा पथ दीघा से दीदारगंज तक 20.5 किमी है। अभी कंगन घाट से दीदारगंज के बीच 5 किमी का ट्रेंच बन रहा है। यह दिसंबर तक चालू होगा। इमसें पटना घाट कनेक्टिविटी भी है।विदित हो कि बिहार में अगले साल यानी 2025 में विधानसभा चुनाव होने है लिहाजा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चाहते हैं कि विधानसभा चुनाव से पहले सारे काम पूरे हो जाने चाहिए ताकि जनता को इसका अधिक से अधिक लाभ मिल सके।