तीन विभागों का चेकिंग केंद्र बन गया रौनाही टोल प्लाजा
अयोध्या। रौनाही टोल प्लाजा पर तीन विभागों की चेकिंग के नाम पर वाहनों की अफरा-तफरी अब आम लोगों को भारी पड़ने लगी है। बचने के लिए भागने वाले वाहनों की चपेट में अन्य वाहन और टोलकर्मी तक आने से नहीं बच रहे हैं। जबकि एनएचएआई के नियमों के विरुद्ध भोर से ही चेकिंग लगाकर राजस्व की कमाई के लिए तीन तरफ से हो रहे इस होड़ का विरोध अब स्थानीय नागरिक भी करने लगे है। यहां रोडवेज निरीक्षक, परिवहन और सेल्स टैक्स वाले नियमित रूप से चेकिंग करते हैं।
कभी टोल बूथ के पूरब तो कभी पश्चिम सुबह होते ही वाहनों की अफरा-तफरी टोल के आसपास लगभग प्रायः देखने को मिलती है। चाहे संभागीय परिवहन अधिकारी हो या सेल टैक्स अधिकारी इनसे फुरसत मिली तो रोडवेज का चेकिंग दस्ता टोल पार होते ही घेरा बंदी कर हाइवे पर बीचो बीच खड़ा हो जाता है। एक वाहन आड़ा तिरछा खड़ा हो गया तो बूथ पर इसके चलते कभी कभी लंबी लाइन तक लग जाती है।
चेकिंग से बचने के लिए भाग रहे वाहन की चपेट में आने से बचने के लिए टोल कर्मी, आते जाते अन्य वाहन, स्थानीय ग्रामीण तक रास्ता खोजते नजर आते है। इन्हें टोल पार करते वाहन ही नजर आते हैं। जबकि सामने हाइवे पर टोल की नाक के नीचे चल रहे अवैध ढाबों पर हाइवे का रास्ता रोके वह बसें नहीं नजर आती जिनसे आवागमन प्रभावित होता है।
गत वर्ष इसी तरह की एआरटीओ की घेराबंदी से बचकर भाग रही एक डबल डेकर बस टोल बूथ पर ही पलट गई थी एक की जान गई तो पचासों घायल हुए थे। वह बस दिल्ली से बिहार जा रही थी। हादसे के बाद कुछ दिन तक यह निरीक्षण दस्ते दूर दूर तक नजर नही आए लेकिन वह सबक भूलते हुए अब फिर डेरा डाले हुए है। इनके कारण आए दिन घटनाओं की आशंका बनी रहती है।
टोल बूथ से दोनों तरफ 500 मीटर की रेंज में किसी को भी खड़े होने की इजाजत एनएचएआई के नियमों में नहीं है। चेकिंग के वाहन भी नहीं खड़े किए जा सकते हैं…,एसएस सिकरवार, टोल प्रबंधक।
टोल के पास लगा कांटा वाहन तौल कराने में मददगार बनता है। अवैध वाहन भाग नहीं पाते हैं। रौनाही थाना भी करीब है। इसलिए यहां सुरक्षा की दृष्टि से टोल के आसपास चेकिंग लगा ली जाती है.., राजेश कुमार, पीटीओ परिवहन।