इ-रिक्शा वाहन चालकों ने विभिन्न मांगों को लेकरतहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
14 सितंबर तक अगर पालिका निस्तारण नहीं करती है तो होगा धरना प्रदर्शन
अयोध्या। ई-रिक्शा वाहन चालक ने विभिन्न मांगों को लेकर रुदौली तहसील मोड़पर बैठक कर विरोध प्रदर्शन किया। ई-रिक्शा वाहन चालक नारेबाजी करते हुए तहसील प्रांगण में पहुंचकर तहसीलदार रुदौली राजेश कुमार वर्मा को ज्ञापन सौंपा।
विरोध प्रदर्शन के दौरान भारतीय किसान यूनियन (भानु गुट) के प्रदेश उपाध्यक्ष मो.अफजल ने ई-रिक्शा चालकों को संबोधित करते हुए कहा कि ई-रिक्शा चालको को बेरोजगारी के कारण घर परिवार के लोगों को काफी आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि ई-रिक्शा चालक बैंक एवं अन्य बैंक से लोन लेकर ई-रिक्शा खरीद कर अपने परिवार का गुजारा करते हैं। कहा कि रूट निर्धारित नहीं होने से नगर में जाम लगने की स्थिति बन जाती है। जिससे ई-रिक्शा चालकों को काफी परेशानी होती है। ई-रिक्शा चालकों के वाहन खड़ा करने पर पुलिस व दुकानदारों द्वारा उत्पीड़न किया जाता है। जबकि इस बार नगर पालिका द्वारा प्रतिवर्ष अल्प अवधि वसूली के नाम पर 19 लाख रुपये का ठेका उठाया गया है लेकिन वाहन खड़ा करने के लिये कोई जगह ही नहीं है। हालात ये है कि दुकानदार अपनी दुकान के सामने फुटपाथ पर ठेला लगवा कर पैसे वसूल रहे हैं। सवाल यह है कि ई-रिक्शा कहां खड़ाकर सवारी उतारे या बैठाये। नगर पालिका द्वारा ई-रिक्शा वाहन खड़ा करने के लिये संपूर्ण नगर में कोई जगह निर्धारित नहीं की गई है। वाहन रास्ते में खड़ा कर सवारी उतारने से जाम लग जाता है। एक सप्ताह के अंतर्गत नगर पालिका ई-रिक्शा वाहन खड़ा करने के लिये स्थान निर्धारित करे। जब तक स्थान निर्धारित न हो तब तक पालिका वाहनों से वसूली न की जाय। नगर पालिका ई-रिक्शा चालकों का रुदौली से भेलसर, रुदौली-अलियाबाद, रुदौली-ऐहार, रुदौली-सैदपुर, रुदौली-अमानीगंज, रुदौली-बाबा बाजार रूट भी निर्धारित करे जिससे नगर में जाम न लगे। यूनियन के लोगों ने चेतावनी देते हुये कहा है 14 सितंबर तक अगर पालिका इसका निस्तारण नहीं करती है तो धरना प्रदर्शन किया जायेगा। जिसकी जिम्मेदारी नगर पालिका प्रशासन की होगी।