समय भी बड़ा बलवान होता है जो व्यक्ति को कभी मगरूर तो कभी मजबूर बना देता है-इंजीनियर लख्मीचंद यादव
देखिए वक्त ने क्या करवट बदल ली है जो 2024 लोकसभा चुनाव से पहले हमको आए दिन मदद के लिए फोन किया करते थे वो लोग 37 लोकसभा सीट जीतकर इतने मगरूर हो गए है जो हमारा फोन तक भी रिसीव नही करते आखिर हमने उनके साथ कौनसा गुनाह कर दिया है हमने तो उनकी मदद करके उन्हें देश मे तीसरे नम्बर की पार्टी बनवा दिया और वोही लोग आज हमारा फोन भी रिसीव नही करते आने वाले समय मे उनको इसका माकूल जवाब मिलेगा।
देश मे तेजी से उभरते हुए सामाजिक संगठन भारतीय जनसेवा मिशन रजिस्टर्ड भारत सरकार को नजरअंदाज करना सैफई कुनबा को आने वाले समय मे बहुत महंगा पड़ने वाला है जिसकी बुनियाद कल दिल्ली के कन्स्टिट्यूसन क्लब में रखी जा चुकी है।
अब दो समाजवादी योद्धाओं के बीच वर्चस्व की जंग शुरू हो चुकी 2027 आते-आते सबको पता चल जाएगा इन दोनों में असली समाजवादी योद्धा कौन है? और नकली समाजवादी योद्धा कौन है? दूसरी बात अब हम सैफई वालो को ना तो कभी फोन करेंगे और ना हम उन घमंडीयों से कभी मिलेंगे अब हम सिर्फ और सिर्फ अपने लक्ष्य पर ही फोकस करेंगे।जिनको हमने तीसरे नम्बर पर पहुचाया अब वही हमको आंख दिखा रहे है।
नेता और एक समाजसेवी के बीच जमीन और आसमान का बड़ा फर्क होता है। 1000 नेता मिलकर भी एक समाजसेवी का किसी भी एंगल पर मुकाबला नही कर सकते।
परोपकारी,ईमानदार और स्वाभिमानी लोगो से टकराने वाला उन्हें नीचा दिखाने वाला अहंकारी व्यक्ति स्वयं ही नष्ट हो जाता है इतिहास गवाह है आप किसी का भी पिछला इतिहास उठाकर देख लीजिए।