प्रदेश के चार एक्सप्रेस-वे पर 26 नये चार्जिंग स्टेशन्स की सुविधा देगी योगी सरकार
- – यूपी के एक्सप्रेस-वे पर चार्जिंग की चिंता से मुक्त होकर फर्राटा भर सकेंगे ई-व्हीकल्स
- – आगरा-लखनऊ, पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे पर 8-8, तो गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे पर 2 चार्जिंग स्टेशन
- – निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस वे पर भी बड़ी संख्या में चार्जिंग स्टेशन देने की तैयारी
- – तीन एक्सप्रेस-वे पर 14 जनसुविधा परिसरों को भी किया जाएगा विकसित
लखनऊ। प्रदेश के एक्सप्रेस-वे पर अब चार्जिंग की चिंता से मुक्त होकर ई-व्हीकल फर्राटा भर सकेंगे। योगी सरकार जल्द राज्य के 4 एक्सप्रेस-वे पर नये ई-व्हीकल चार्जिंग स्टेशन शुरू करने जा रही है। फिलहाल कुल 26 चार्जिंग नये स्टेशनों को शुरू किया जाएगा, जिन्हें आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर संचालित किया जाएगा। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के अधिकारियों के अनुसार यूपी ईवी पॉलिसी 2022 के तहत विभिन्न एक्सप्रेस-वे पर चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना का प्रावधान है। वहीं पूर्वांचल, बुदेलखंड और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर 14 जनसुविधा परिसरों का भी विकास किया जाएगा।
बता दें कि 302 किलोमीटर लंबे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर 8 नये चार्जिंग स्टेशन स्थापित किये जाएंगे। इसके अलावा 341 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर भी 8 नये चार्जिंग स्टेशन की स्थापना की जाएगी। इसी प्रकार बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे जोकि 296 किलोमीटर लंबा है, यहां भी 8 चार्जिंग स्टेशन नये स्थापित किये जाएंगे, जबकि 91 किलोमीटर लंबे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर 2 नये चार्जिंग स्टेशनों को शुरू किया जाएगा। यही नहीं निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस-वे पर कन्सेशनायर द्वारा चार्जिंग स्टेशन की स्थापना प्राविधानित है।
एक्सप्रेस-वे पर चार्जिंग स्टेशनों के लिए चयनित कार्यदायी फर्म मेसर्स अडानी टोटल एनर्जी ई-मोबिलिटी लिमिटेड है। ई-वाहनों के लिए चार्जिंग की दरों को लेकर मुख्यमंत्री के समक्ष यूपीडा के अधिकारियों ने चर्चा की है, जल्द ही चार्जिंग दरें भी तय हो जाएंगी। इसके अलावा विद्युत चार्जिंग स्टेशनों के विद्युत कनेक्शन के लिए लाइन निर्माण और कनेक्शन निर्गमन की अनुमानित लागत तकरीबन 9.37 करोड़ रुपए आंकी गई है। वहीं दूसरी तरफ पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे व गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर चिह्नित 14 जनसुविधा परिसरों को विकसित करने का कार्य तेज गति से आगे बढ़ रहा है। अबतक गोरखपुर लिंक एक्सपेस-वे पर 2 जनसुविधा परिसरों को पीपीपी मॉडल पर विकसित करने के लिए निविदा के जरिए मेसर्स भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड का चयन हो चुका है, शेष 12 का निर्माण ईपीसी मॉडल पर यूपीडा द्वारा कराना प्रस्तावित है।