जनपद कौशांबी: सिराथू कुरक्षेत्र से महाकुंभ और फिर महाकुंभ से काशी विश्वनाथ तक पैदल यात्रा करने वाले सनातनी प्रकाश चंद्र सिंह का नगर पंचायत अझुवा राष्ट्रीय राजमार्ग पहुंचने पर चौकी इंचार्ज जितेंद्र प्रताप सिंह ने हमराहियों के साथ स्वागत कर सूक्ष्म जलपान कराते हुए खाद्य पदार्थ देकर उनके यात्रा की कुशल मंगल कामना की ।श्रृद्धालु प्रकाश चंद सिंह ने बताया सनातन धर्म महाकुंभ की ध्वजा लेकर अपनी भक्ति का झंडा फहराने के अभियान पर है आज उसकी यात्रा का 29 वां दिन है उन्होंने कहा मैं कुरुक्षेत्र से अ झु वा लगभग 700 किलोमीटर की दूरी तय कर चुका हूं मैंने अपनी यात्रा की शुरुआत 15 जनवरी को कुरुक्षेत्र से की थी भगवान शिव के आशीर्वाद से मैं 20 फरवरी से पहले प्रयागराज महाकुंभ पहुंचने के लिए तैयार हूं यह आध्यात्मिक यात्रा वास्तव में एकमात्र खोज की अनुभव है उन्होंने बताया यह मेरी पहली यात्रा नहीं है मुंबई इसके पहले ही 11 ज्योतिर्लिंगों भारत के चारों धाम, अमरनाथ धाम, तिरुपति बालाजी, गंगासागर, आदियोगी के साथ-साथ दुनिया के सबसे बड़े शिवलिंग महामृत्युंजय मंदिर और दुनिया के सबसे उंचे शिव मंदिर तुंगनाथ के दर्शन कर चुका हूं यह मेरा अंतिम और 12 ज्योतिर्लिंग है जिसके लिए मैंने पहले ही संकल्प लिया था कि मैं अंतिम ज्योतिर्लिंग तक पैदल यात्रा करूंगा। प्रकाश चंद्र सिंह ने कहा 144 वर्षों के बाद हमारे सनातन धर्म का महापर्व महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित हो रहा है तो मैं इस अवसर को अपने हाथ से जाने नहीं दे सकता इसीलिए मैं महाकुंभ की ओर जा रहा हूं और इस पावन पर्व में सम्मिलित होकर त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाऊंगा और सभी से आशा करता हूं कि आप सभी भी अपनी व्यस्त कार्यक्रम से थोड़ा सा समय निकालकर त्रिवेणी संगम में डुबकी जरुर लगाएंगे क्योंकि यह अवसर सिर्फ हमें ही मिला है हमारी पिछली तीन पीढ़ियां महाकुंभ को नहीं देख पाई और आने वाली तीन पीढ़ियां भी इस माह कुंभ को नहीं देख पाएंगे क्योंकि यह संयुक्त 144 वर्षों के बाद बना है इसलिए मैं इस यात्रा के माध्यम से अपने युवा मित्रों को यह संदेश देना चाहता हूं कि वह अधिक से अधिक संख्या में हमारे सनातन धर्म के महापर्व महाकुंभ में पहुंचे और डुबकी जरूर लगाए।