विकास से कोसों दूर है सोरखा गांव, ग्रामीण परेशान
नोएडा प्राधिकरण की अनदेखी का शिकार हुआ सोरखा गांव ,सभी दावे हुए खोखले साबित
नोएड़ा के हाईटेक सेक्टरों के समीप सोरखा गांव आज विकास के लिए आंसू बहा रहा है
गौतमबुद्ध नगर:-हमारा देश इस समय आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, वहीं देश का एक ऐसा गांव है, जो अभी भी मूलभूत सुविधाओं की बाट जोह रहा है। इस गांव की तस्वीरों को देखकर यही लगेगा, जैसे कि तस्वीरें आजादी के पहले की हैं। लेकिन सच तो ये है कि ये तस्वीरें आजादी के 75 साल पूरे होने के बाद की हैं। इस गांव के लोग पानी,सड़क,नाली ,बारातघर समेत अन्य मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं।देश के विकास का रास्ता गांव की गलियों से होकर ही गुजरता है। मगर तमाम दावों, वादों और योजनाओं के बावजूद आज भी एक गांव विकास के लिए तरस रहा है ।नोएड़ा प्राधिकरण का गांव सोरखा जो आसपास हाईटेक सेक्टरों के बिल्कुल समीप है।लेकिन फिर भी यह गांव विकास के लिए अपने आंसू बहा रहा है कागजी जहाज उड़ाने वाले नोएड़ा प्राधिकरण ने इस गांव को पूरी तरह से अनदेखा कर दिया है ।आलम यह है कि गांव के तमाम रास्ते पूरी तरह से जर्जर पड़े हुए हैं।नालियों की सफाई न होने के कारण बदबूदार पानी सड़कों पर बहता है गांव वाले उन्ही सड़कों से होकर गुजरते हैं ।वहीं गंदगी में पनपने वाले मच्छर-मक्खियों एवं अन्य जीवों से संक्रामक बीमारी फैलने की संभावना भी बनी हुई है।
नोएड़ा प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों की लापरवाही बनी गांव के विकास के लिए बाधा
नोएड़ा प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों के कारण आज सोरखा गांव विकास के लिए तरस रहा है प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारी प्रत्येक साल कागजी जहाज दौड़ाते रहते है लेकिन धरातल की बात की जाए तो सोरखा गांव में विकास सिर्फ शून्य है ।सोरखा गांव में बारातघर का निर्माण होता था लेकिन आज तक नहीं हुआ ,गांव में कन्या इंटर कॉलेज बनाया जाना था लेकिन आज तक नहीं बना, गांव में डिस्पेंसरी एंव स्टेडियम का निर्माण होना था लेकिन अभी तक नहीं हुआ है ।इस गांव में पार्क के लिए जो जगह चिन्हित की गई थी उसमें हरियाली आज तक नहीं हुई ।जिस जमीन पर ग्रामीणों की मूलभूत सुविधाओं के लिए जो निर्माण होने थे वह जमीन भ्रष्ट अधिकारियों ने गुंडे भूमाफियाओं एंव बिल्डरों के हवाले कर दी।रुपयों की हवस के कारण भ्रष्ट अधिकारी अपने कर्तव्यों को भूल गए इस कारण सोरखा गांव के निवासी विकास के नाम पर अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहे हैं।