लखनऊ।उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने रायबरेली सांसद राहुल गांधी के साथ आने के बयान पर शुक्रवार को पलटवार किया है।मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर राहुल को सलाह दी कि किसी भी मामले में दूसरों पर और ख़ासकर बीएसपी की प्रमुख पर उंगली उठाने से पहले अपने गिरेबान में भी जरूर झांक कर देखना चाहिए तो बेहतर होता।
बता दें कि राहुल गांधी दो दिवसीय दौरे पर रायबरेली में हैं।जहां राहुल गांधी ने कल गुरुवार को एक कार्यक्रम में बयान दिया था कि लोकसभा चुनाव 2024 में अगर मायावती ने हमारे साथ मिलकर चुनाव लड़ाव होता तो भाजपा सत्ता में नहीं आती।समझ में नहीं आता कि कि उन्होंने हमारे साथ मिलकर चुनाव क्यों नहीं लड़ा।
पूर्व सीएम मायावती ने कहा कि कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा आमचुनाव में इस बार बीजेपी की B टीम बनकर चुनाव लड़ा, यह आम चर्चा है, जिसके कारण यहां बीजेपी सत्ता में आ गई है। वरना इस चुनाव में कांग्रेस का इतना बुरा हाल नहीं होता कि यह पार्टी अपने ज्यादातर उम्मीदवारों की जमानत भी न बचा पाए।
मायावती ने कहा कि अतः इस पार्टी के सर्वेसर्वा राहुल गांधी को किसी भी मामले में दूसरों पर व खासकर बीएसपी की प्रमुख पर उंगली उठाने से पहले अपने गिरेबान में भी जरूर झांक कर देखना चाहिए तो यह बेहतर होगा। इनको यही सलाह है। मायावती ने कहा कि दिल्ली में बनी नई भाजपा सरकार को यहां चुनाव में खासकर जनहित व विकास संबंधी किए गए अपने तमाम वादों को समय से पूरा करने की चुनौती है वरना आगे चलकर इस पार्टी का भी हाल कहीं कांग्रेस जैसा बुरा ना हो जाए।
इससे पहले मायावती ने गुरुवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की बात बरगलाने जैसी है। कांग्रेस पार्टी जिन राज्यों में मजबूत है या जहां सरकारें हैं वहां बसपा और उनके अनुयाइयों के साथ द्वेष व जातिवादी रवैया है, लेकिन उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में जहां कांग्रेस कमजोर है, वहां गठबंधन की बातें हो रही हैं। यह उस पार्टी का दोहरा चरित्र नहीं तो और क्या है।फिर भी बसपा ने उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों में जब भी कांग्रेस जैसी जातिवादी पार्टियों के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ा है, तब हमारा बेस वोट उन्हें ट्रांस्फर हुआ है,लेकिन वे पार्टियां अपना बेस वोट बसपा को ट्रांस्फर नहीं करा पायी हैं। ऐसे में बसपा को हमेशा घाटे में ही रहना पड़ा है।
बता दें कि राहुल गांधी का ये बयान राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है।राहुल गांधी दो दिवसीय रायबरेली दौरे पर हैं।