तथाकथित पत्रकार सतीश प्रजापति, राजीव सिंह चलाते है अवैध वसूली की दुकान
- पत्रकारिता की आड़ में सतीश प्रजापति, राजीव सिंह की गुंडागर्दी चरम सीमा पर
सरकार को लगाया करोड़ों रुपए का चूना, सरकारी जमीनों पर कटवाते हैं अवैध कॉलोनी
तिगरी गोल चक्कर पर अवैध बाजार लगवा कर करते आ रहे हैं अवैध वसूली
प्रशासन तथाकथित पत्रकारों पर कार्यवाही करने में असमर्थ
तथाकथित पत्रकारों के काले कारनामों का पहले भी किया था खुलासा
खबर प्रकाशित होने पर बौखला गए दलाल किस्म के पत्रकार एकजुट होकर रचने लगे षणयंत्र
नोएडा गाजियाबाद शहर में पत्रकारों की बाढ़ सी आ गई है यहां हर एक व्यक्ति अपने आपको पत्रकार बताता है लगातार बढ़ती पत्रकारों की जनसंख्या लोकतंत्र के लिए खतरा बनती हुई जा रही है जिन्हें पत्रकारिता का ककहरा तक नहीं आता वह भी अपने आपको पत्रकार कहते हैं ।आज तीसरा व्यक्ति पत्रकारिता का सहारा लेकर अपने किए गए काले कारनामों पर पर्दा डालना चाहता है।
इधर बढ़ता सोशल मीडिया का दौर भी पत्रकारिता के लिए बुरा समय लेकर आया है यहां हर एक व्यक्ति यूट्यूब पर अपना चैंनल बनाकर अपने आपको पत्रकार कहने लग जाता है ।पत्रकारिता को बचाने एंव तथाकथित पत्रकारों के काले कारनामों को उजागर करने के लिए काफी समय से दैनिक पेपर यूपी न्यूज एक्सप्रेस अपनी मुहिम चला रहा है ।इसी प्रकार दो दिन पहले यूपी न्यूज एक्सप्रेस ने एक तथाकथित पत्रकार के काले कारनामों को लेकर एक खबर जनहित में प्रकाशित की थी खबर प्रकाशित होते ही तथाकथित पत्रकार एंव उसके साथी बौखला गए और तरह तरह की बात करने लगे ।यूपी न्यूज एक्सप्रेस के संपादक के विरुद्ध नए नए षणयंत्र रचने लगे क्या सच्चाई लिखना गुनाह है ,अगर सच्चाई लिखना गुनाह है तो यूपी न्यूज एक्सप्रेस में हमेशा सच्चाई ही लिखी जाएगी ।षणयंत्र रचने से कलम को बंद नहीं कर पाओगे सच्चाई को हर एक में झेलने की ताकत नहीं होती है सच सभी को कड़वा लगता है ।
जनपद गाजियाबाद के थाना विजय नगर क्षेत्र में रहने वाले तथाकथित पत्रकार सतीश प्रजापति, राजीव सिंह के काले कारनामों को उजागर किया था इनके द्वारा लगातार क्षेत्र में दलाली एंव अवैध वसूली की जा रही है शराब की दुकानों पर तैनात सेल्समेनों को डरा धमकाकर यह तथाकथित पत्रकार अवैध वसूली करते है ।यह दलाल किस्म के व्यक्ति है सूत्र बताते हैं कि यह पहले कई बार अवैध कॉलोनी अवैध बाजार में वसूली से चर्चा में रहा है और इस समय गुंडागर्दी के बल पर पत्रकारिता कर रहे है और नोएडा गाजियाबाद शहर में लूट मचा रहे है । इन्होंने कई गैंगे बना रखी है जो सिर्फ दलाली करती है ।क्षेत्र में अवैध कार्य करने वालों को यह संरक्षण देते है और उनसे महीनेदारी लेते है ।वास्तविकता यह है कि यह दोनों पत्रकार नहीं है यह सिर्फ वसूली वाज है इनके तरह तरह के फोटो भी सोशल मीडिया पर वायरल होते रहते हैं ।इन्ही कारनामों को उजागर करने के लिए दो दिन पहले यूपी न्यूज एक्सप्रेस ने खबर प्रकाशित की थी ।तथाकथित पत्रकार सतीश प्रजापति, राजीव सिंह के नए कारनामों को लेकर आज फिर हाजिर है ।
नगर निगम को लगाया लाखों रुपए का चूना
तथाकथित पत्रकारों के नए नए कारनामे है यह पत्रकारिता की आड़ में ना जाने कितने अवैध कार्य करते है इसने पत्रकारिता की आड़ में नगर निगम विभाग को लाखों रुपए का चूना लगा दिया ।यह तथाकथित पत्रकार कई वर्षों से नगर निगम की जमीन पर अवैध बाजार ,अवैध पार्किंग चलाता हैं जब कोई भी कर्मचारी या अधिकारी कार्यवाही करने के लिए आता है तो यह अपने गैंग के सभी तथाकथित पत्रकारो का साथ लेकर उनको धमकाने लगते है और साथ ही पत्रकारिता का रौब जमाने लगते है । इनकी गुंडागर्दी के कारण नगर निगम अपनी जमीन को मुक्त नहीं करा पाया था
कब होगी इन तथाकथित पत्रकारों पर कार्यवाही?बड़ा सवाल
उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार है और सीएम योगी आदित्यनाथ है ।समस्त प्रदेश में जीरो टॉलरेंस की नीति कार्य कर रही है कोई भी अवैध कार्य करता है तथा अवैध कार्यों में संलिप्त पाया जाता है तो उस पर बड़ी कार्यवाही की जाती है ।लेकिन इन तथाकथित पत्रकारों तक जीरो टॉलरेंस नीति क्यों नहीं पहुंच रही है कई बड़े सवालों को खड़ा करता है ।क्षेत्र में अवैध कार्य करने वालों को सतीश प्रजापति, राजीव सिंह संरक्षण देते है और महीनेदारी वसूलते है तथा क्षेत्र में गरीबों से भी अवैध वसूली करते है ।इसके कारनामों को लेकर पहले भी यूपी न्यूज एक्सप्रेस खबर प्रकाशित कर चुका है और आज भी इसके कार्यों का खुलासा जनहित में किया है ।
अब देखने वाली बात यह होगी कि कब तक प्रशासन द्वारा इस तथाकथित इन पर कार्यवाही अमल में लाई जाती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा।