पर्यटक वाहनों को बनाया जाता है कुछ चौराहों पर निशाना

स्थानीय समाचार

आगरा :- यूं तो पूरे शहर में अधिकांश जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं मगर उसके बावजूद भी ट्रैफिक पुलिस के कुछ पुलिस कर्मी कुछ चौराहों पर बाहर से आ रहे पर्यटक वाहनों को अवैध वसूली के लिए निशाना बनाने से नहीं चूक रहे हैं मगर पुलिस के उच्च अधिकारियों का ध्यान आखिर इस और कब जाएगा यह समझ से पड़े हैं।

ट्रैफिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहर में कुछ महत्वपूर्ण चौराहों पर जैसे ताजमहल क्षेत्र मैं पढ़ने वाले चौराहे, माल रोड, हाईवे, ग्वालियर रोड आदि पर पर्यटक वाहनों को रोक कर छोटी-मोटी कमी बात कर भारी भरकम जुर्माना बताया जाता है फिर सौदेबाजी शुरू कर दी जाती है बताया जाता है कि नगद जुर्माना लेने का अधिकार ट्रैफिक के टीएसआई से लेकर पुलिस कर्मियों को स्थानीय अधिकारियों के द्वारा प्रतिबंध लगा रखा है मगर ट्रैफिक पुलिस के द्वारा पर्यटक वाहन चालकों को चालान होने वह कोर्ट में परेशान होने का भय दिखाकर मौके पर ही सौदेबाजी शुरू करके रुपए ले लिए जाते हैं जिससे पर्यटक वाहन जो ताजमहल, किला, फतेहपुर सिकरी आदि के लिए घूमने आते हैं वह पर्यटक इस पुलिस की कारगुजारी वह बातचीत की कार्यशैली में भय की वजह से उन्हें द्वारा आगरा आने का मन नहीं करता।
वहीं विभाग के सूत्र यह भी बताते हैं कुछ टीएसआई की जांच आदि चल रही है तो वहीं कुछ का कहना है जांच तो दिखाए की होती है पिछले 3 साल में किसी पर कार्रवाई हुई जबकि चौराहों की तमाम शिकायते वह ट्वीट आदि पर होती रही हैं मगर ट्विटर पर केवल इतना मैसेज डाल देते हैं कि यातायात निरीक्षक को अवगत कराया गया है मगर कार्रवाई के नाम पर वहीं डाक के तीन पत्ते ही रहते है।
सूत्रों के द्वारा यह भी बताया जाता है कि यातायात निरीक्षक के द्वारा टीएसआई पर कभी कार्रवाई नहीं की जा सकती उसके पीछे की वजह बताई जाती है कि जो सिस्टम में गाड़ियां चलती हैं यदि यातायात निरीक्षक के द्वारा टीएसआई पर कार्यवाही की जाती है तो उनके द्वारा सिस्टम की गाड़ियों पर चालान की कार्रवाई टीएसआई शुरू कर देंगे इसलिए यातायात निरीक्षक भी चाह कर कुछ नहीं कर पाते हैं कुछ टीएसआई ने भी सिस्टम में गाड़ियों बंद रखी है जिसमें लीडर टेंपो सवारी वाले टेंपो वह अन्य गाड़ियां शामिल है।
देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस की उच्च अधिकारियों के द्वारा आखिर अपने अधीनस्थों की कारगुजारी पर कब कार्रवाई करते हुए अंकुश लगा पाते हैं या यूं ही पर्यटक वाहनों पर अटैक करने के लिए छोड़ देते हैं यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

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