कंपकपाते हाथों से 11 साल के मासूम ने माँ, चाचा, को दी मुखाग्नि, 13 माह की बहिन को दफनाया
- तीन शव एक साथ, जिसने देखा मंजर, हर किसी की आंखों में थे आंसू,
- एक साथ हुई तीन मौतों से छाया मातम, हर कोई सूदखोरों को कोस रहा
- सूदखोरों के कर्ज से परेशान किसान परिवार तीन मौतों के मामले में मुकदमा दर्ज, एक गिरफ्तार
- गांव भदेई बना छावनी, पीएसी तैनात
(सुघर सिंह सैफई)
सैफई (इटावा) सूदखोरों के कर्ज में डूबे प्रताड़ित किसान ने सूदखोरों से त्रस्त होकर कोल्ड ड्रिंक में सल्फास मिलाकर पी लिया। और अपनी भाभी व मासूम भतीजी को भी पिला दिया। इससे तीनो की मौत हो गयी। इस मामले में थाना सैफई पुलिस ने एक नामजद अभियुक्त ज्ञानेंद्र उर्फ रिंकू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
मृतक दयाशंकर की मां सरोजा देवी की तहरीर पर तीन नामदज सूदखोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। जिसमे एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सैफई इलाके के ग्राम भदेई निवासी सरोजनी देवी पत्नी वीरेंद्र सिंह ने दर्ज कराए मुकदमे में कहा है कि उसके ही गांव के उपेन्द्र यादव व जितेन्द्र यादव पुत्रगण कमल चन्द, ज्ञानेन्द्र उर्फ रिंकू पुत्र शिवराज यादव आदि का मेरे पुत्र दयाशंकर के ऊपर कर्जा था। सूदखोर लोग मेरे बेटे को शराब पिलाते थे। उक्त लोगो के यहां अवैध शराब का व्यापार होता है उन लोगो ने मेरे बेटे से पैसे मांगने का दबाव बनाया था। तभी मेरा बेटा परेशान होकर 26 अगस्त सुबह 9.30 बजे सल्फास की गोलिया खा ली और अपनी भाभी पूजा पत्नी उमाशंकर को खिला दी व अपनी भतीजी शिवि उम्र 13 माह को भी गोली खिला दी। जिनकी इलाज के दौरान उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में मौत हो गई है। थाना पुलिस ने धारा 108 एवं एससी एसटी के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच क्षेत्राधिकारी शैलेंद्र कुमार गौतम के द्वारा की जा रही है। सूदखोरी का काम करने वालो की दबंगई से त्रस्त होकर तीन लोगों की मौत ने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए है।
पुलिस अधिकारियों को इस बात की जांच करने की जरूरत है कि सूदखोरी का काम करने वालो के पास सूदखोरी का लाइसेंस था या नहीं । यह एक अहम विषय है इसकी जांच बेहद जरूरी है।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने बताया इस मामले में मृतक दयाशंकर की मां सरोजनी देवी की तहरीर के आधार पर धारा 108, एससी एसटी के तहत गांव के एक ही परिवार के तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। उन्होंने बताया मृतक दयाशंकर के परिवार में पारिवारिक विवाद भी लंबे समय से चल रहा था। टीम हर एक बिंदु पर जांच कर रही है। गांव में शांति व्यवस्था के लिए पीएसी फोर्स तैनात किया गया है। घटनास्थल का निरीक्षण हमारे द्वारा एवं एसपी ग्रामीण सतपाल सिंह, सीओ शैलेंद्र प्रताप गौतम, प्रभारी निरीक्षक अलमा अहिरवार ने मौके पर पहुंचकर किया है। इसमें एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
एक साथ हुई दो मौतें, न चौकी को खबर, न थाने में खबर
ग्राम भदेई में दयाशंकर उम्र 30 वर्ष व भतीजी उम्र 13 माह की सल्फास से हुई मौत के मामले में कई 24 घण्टे बीत जाने के बाद स्थानीय कुम्हावर चौकी में थाना सैफई में कोई खबर नहीं थी जब कि चौकी से गांव चंद कदम दूरी पर है उसके बाद भी पुलिस इस मामले से अनजान रही सुबह सैफई के मीडिया कर्मियों द्वारा सीओ सैफई को घटना की जानकारी दी गई उसके बाद पुलिस हरकत में आई और जांच करना शुरू कर दी।
👉माँ बाप, व दो बच्चे बाहर होने की बजह से जिंदा बचे
सूत्र बताते हैं दयाशंकर इतना प्रताड़ित था कि उसने 13 माह की मासूम को भी नही बक्शा वह पूरे परिवार को मारना चाहता था लेकिन जब उसने पेप्सी में सल्फास मिलाई तो पहले खुद पी उसके बाद अपनी भाभी पूजा व भतीजी शिवि उम्र 13 माह को पिलाई। उस दौरान घर में भतीजी राधा उम्र 4 वर्ष,भतीजा संदेश उम्र 11 वर्ष, पिता वीरेंद्र सिंह, मां सरोजनी देवी मौजूद नहीं थे अगर उक्त लोग भी मौजूद होते तो पूरे परिवार के साथ बड़ी अनहोनी से इंकार नही किया जा सकता था। जानकारी मिली है कि दो दिन पूर्व संदेश की साइकिल से चोट लग गई तो वह अपनी दादी सरोजनी देवी के साथ कुम्हावर में डॉक्टर के पास पट्टी करवाने गया था उसके साथ उसकी छोटी बहन राधा भी साथ गई थी वहीं वीरेंद्र दिव्यांग थे तो अपनी ट्राई साइकिल से बाहर चले गए थे अगर पूरा परिवार एक साथ होता तो बड़ी अनहोनी होने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता था।
👉 11 साल एक मासूम ने कांपते हाथों से अपनी मां व चाचा को मुखाग्नि दी। वही 13 माह की मासूम बहिन शिवि को दफनाया गया। इस दौरान एक साथ तीन शव को देखकर वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम थी और इस घटना के पीछे जिम्मेदारों को हर कोई कोस रहा था।