रायबरेली।चुनावी वैज्ञानिक अपनी जनता पार्टी के मुखिया स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। स्वामी प्रसाद ने मुगल शासक औरंगजेब की तुलना नाथूराम गोडसे से करते हुए कहा कि औरंगजेब गोडसे से बेहतर था क्योंकि गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या की थी।स्वामी प्रसाद एक बार फिर विवादों में घिरते नजर आ रहे है।
क्या है स्वामी प्रसाद का औरंगजेब वाला बयान
चुनावी वैज्ञानिक स्वामी प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी के औरंगजेब वाले बयान का समर्थन किया है। स्वामी प्रसाद ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा नेता देश में नफरत का माहौल बना रहे हैं,जो लोग औरंगजेब को सबसे हिंसक शासक बताते हैं उन्हें पहले अपने इतिहास पर नजर डालनी चाहिए,हो सकता है कि औरंगजेब को एक कठोर शासक माना जाता हो, लेकिन वह नाथूराम गोडसे से बेहतर था।नाथूराम गोडसे ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या कर दी थी।बता दें कि बसपा संस्थापक कांशीराम की जयंती पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने शनिवार को रायबरेली में संविधान सम्मान व जनहित हुंकार यात्रा निकाली।
सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने का काम कर रही भाजपा
स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि 2027 में जनता भाजपा को सत्ता से बाहर कर देगी।भाजपा के नेता इस देश में नफरत के बीच बो रहे हैं,जिसके कारण नफरत की घटनाएं बढ़ रही हैं,जो लोग ये कहते हैं कि औरंगजेब बहुत ही हिंसक थे और उनको सबसे खराब बादशाह माना गया। हो सकता है वह खराब रहे हो,लेकिन नाथूराम गोड़से से बेहतर थे।क्योंकि नाथूराम गोडसे ने इस देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या कर दी।हम समझते हैं जो लोग दूसरों पर उंगली उठाते हैं उन्हें सबसे पहले अपना दामन झांककर देखना चाहिए फिर दूसरों पर उंगली उठानी चाहिए।
अबू आजमी ने दिया था विवादित बयान
मुगल शासक औरंगजेब और मराठा राजा छत्रपति संभाजी महाराज के बीच हुई लड़ाई के बारे में पूछे जाने पर अबू आजमी ने इसे राजनीतिक लड़ाई कहा था।इसी बयान पर चार मार्च को राज्य विधानमंडल के दोनों सदनों में हंगामा हुआ था और सत्ता पक्ष के सदस्यों ने उनके निलंबन और राजद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग भी की थी।
विवादित बयानों से रहा है गहरा नाता
इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में एक नई बहस छिड़ गई है।भाजपा ने स्वामी प्रसाद मौर्य के इस बयान की कड़ी आलोचना की है और इसे राष्ट्रविरोधी करार दिया है।वहीं विपक्षी दलों के नेताओं ने भी इस पर अपनी मिश्रित प्रतिक्रिया दी है।स्वामी प्रसाद पहले भी अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहे हैं। स्वामी प्रसाद के इस बयान से सियासी माहौल गर्म हो गया है।अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में इस पर किस तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आती हैं।
बता दें कि बसपा संस्थापक कांशीराम की 91वीं जयंती पर रायबरेली के हरचंदपुर विकासखंड के गंगागंज पहुंचे स्वामी प्रसाद मौर्य का जिला उपाध्यक्ष राजेश यदुवंशी ने जोरदार स्वागत किया।कार्यकर्ताओं ने स्वामी प्रसाद को 21 किलो की फूलों की माला और चांदी का मुकुट पहनाया।