डीएम मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति, बाल विकास एवं पुष्टाहार, विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान, विश्व जनसंख्या नियंत्रण पखवाड़ा को लेकर कलेक्ट्रेट के सभागार में बैठक संपन्न
- स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण सरकार द्वारा संचालित की जा रही सभी स्वास्थ्य योजनाओं का जन-जन तक लाभ पहुंचाने की करें कार्यवाही
- विशेष संचारी रोग अभियान/दस्तक अभियान का जनपद में किया जाये व्यापक प्रचार प्रसार
- विशेष संचारी रोग अभियान/दस्तक अभियान को लेकर सम्बन्धित विभगाीय अधिकारी माइक्रो प्लान तैयार करते हुये उसी के अनुरूप में अपनी कार्यवाही करे सुनिश्चित
- सभी स्वास्थ्य अधिकारियों के द्वारा नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को संचालित किया जाए प्रमुखता के साथ
- जनपद के सभी सरकारी अस्पतालों में सरकार की मंशा के अनुरूप आवश्यक मेडिकल सयंत्र एवं दवाइयों की रहे पर्याप्त उपलब्धता
गौतमबुद्धनगर : उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप जन सामान्य को स्वास्थ्य सेवाओं का भरपूर लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से आज जिला अधिकारी गौतम बुद्ध नगर मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति, बाल विकास एवं पुष्टाहार, विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान को लेकर बैठक कलेक्ट्रेट के सभागार में संपन्न हुई। डीएम ने स्वास्थ्य विभाग की समस्त योजनाओं की गहन समीक्षा करते हुये स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ जन सामान्य को समय से उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य कार्यक्रमों से जुड़े हुए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों को जनपद में माइक्रो प्लान तैयार करते हुए संचालित किया जाए ताकि सरकार की मंशा के अनुरूप सभी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ जन-जन तक सरलता के साथ पहुंच सके। उन्होंने समीक्षा करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के द्वारा सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं का जन-जन तक लाभ पहुंचाने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है सभी अधिकारी गण एवं चिकित्सक गण अपनी-अपनी ड्यूटी पर निर्धारित समय पर उपस्थित होकर सरकार द्वारा संचालित किए जा रहे स्वास्थ्य कार्यक्रमों का लाभ पहुंचाने की दिशा में विशेष प्रयास सुनिश्चित करें। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि शासन की ओर से स्वास्थ्य कार्यक्रमों में दवाइयों की किसी प्रकार की कमी नहीं हैं। संबंधित अधिकारियों के द्वारा ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए कि जनपद के सभी सरकारी अस्पतालों में निरंतर स्तर पर पर्याप्त मात्रा में दवाइयों एवं समस्त आवश्यक मेडिकल सयंत्र की उपलब्धता रहें। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना के तहत प्राथमिकता के आधार पर संस्थागत प्रसव पर विशेष जोर दिया और सरकार के इस कार्यक्रम का ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष लाभ पहुंचाने के निर्देश दिए। इसी प्रकार उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित होने वाले नियमित टीकाकरण के संबंध में अधिकारियों को स्पष्ट करते हुए कहा कि कोई भी गर्भवती महिला एवं पात्र बच्चे सरकार के टीकाकरण अभियान से वंचित न रहने पाए। टीकाकरण अभियान में आशा कार्यकत्रियों का भरपूर सहयोग लिया जाए एवं आशा कार्यकत्रियों के द्वारा कार्य में शिथिलता पाए जाने पर कार्रवाई अमल में लाई जाए।
डीएम ने विशेष संचारी रोग अभियान/दस्तक अभियान को लेकर की गयी तैयारियों की समीक्षा करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश शासन की मंशा के अनुरूप वर्ष 2024 में संचारी रोग अभियान दिनांक 01 जुलाई से 31 जुलाई, 2024 तक तथा दस्तक अभियान दिनांक 11 जुलाई से 31 जुलाई, 2024 तक जनपद में चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान को जनपद में सफल बनाने के लिये सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण समय रहते अपनी अपनी कार्ययोजना तैयार कर लें और कार्ययोजना के अनुरूप ही अपनी कार्यवाही सुनिश्चित करें, ताकि संचारी रोगों से जनपदवासियों को बचाया जा सकें। उन्होंने कहा कि साफ-सफाई, कचरा निस्तारण, जल भराव रोकने तथा शुद्ध पेयजल उपलब्धता पर विशेष जोर देते हुए सभी विभाग प्रचार-प्रसार की भी व्यापक योजना बनायें, ताकि जन सामान्य तक सभी जानकारियों की शुलभ उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण के लिए सम्बन्धित विभाग के अधिकारीगण आपसी सांमजस्य स्थापित करते हुए एक साथ कार्यवाही सुनिश्चित करें। साथ उन्होंने विटामिन ए सम्पूरण कार्यक्रम की समीक्षा करते हुये स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निदेश दिये कि जनपद में 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को चिन्हित करते हुये उनको विटामिन ए की खुराक अवश्य दी जायें कोई भी बच्चा इससे वंचित न रहे और उनके अभिभावकों को भी जागरूक किया जाये कि विटामिन ए की खुराक से बच्चों को रतौंधी, अंधापन, रोगप्रतिरोधक क्षमता में कमी, गंभीर तथा लम्बे समय तक बीमारियों का बने रहना आदि समस्याओं से सुरक्षित रखा जा सकता है। उन्होंने 01 जुलाई से 31 अगस्त तक संचालित होने वाले स्टाॅक डायरिया अभियान को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि अभियान को लेकर अपनी कार्य योजना तैयार कर इसको जनपद में क्रियान्वयन किया जाये। उन्होंने साथी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को विश्व जनसंख्या नियंत्रण पखवाड़ा एवं दस्तक नियंत्रण कार्यक्रम को भी जनपद में कार्य योजना तैयार करते हुए क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए।
डीएम ने बाल विकास एवं पुष्टाहार कार्यक्रम की समीक्षा करते हुये कहा कि राज्य पोषण मिशन के कार्यक्रमों को प्रमुखता के साथ संचालित करते हुए कुपोषित बच्चों को पुष्ट बनाने में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन संबंधित अधिकारियों के द्वारा सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि संबंधित विभागीय अधिकारियों के द्वारा आपसी समन्वय स्थापित करते हुए जनपद में प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र, पंचायत, स्कूल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पोषण से संबंधित अभियान चलाया जाए ताकि 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाते हुए कुपोषित बच्चों को पुष्ट बनाया जा सके। अधिकारियों द्वारा आंगनबाडी केन्द्रों का संचालन, अनुपूरक पुष्टाहार के अन्तर्गत ड्राई राशन वितरण, आंगनबाडी केन्द्रों के कायाकल्प, पोषण ट्रैकर ऐप पर फीडिंग की स्थिति, ग्रोथ माॅनीटरिंग की उपलब्धता, आंगनबाडी केन्द्रों के निरीक्षण, आधार किट संचालन, एन0आर0सी0 एडमिशन, एनिमिया, ई0सी0सी0ई0 किट की उपलब्धता एवं ई-कवच इत्यादि के सम्बन्ध में समीक्षा की गई। जिलाधिकारी द्वारा सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि आंगनबाडी कार्यकत्रियों द्वारा चिन्हित किये गये सैम बच्चों को प्रत्येक वी0एच0एन0डी सत्र पर स्कीनिंग कराया जाये। ए0एन0एम0 चिन्हित सैम बच्चों को ई-कवच पोर्टल पर अनिवार्य रूप से फीड कराये।
इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जर्नादन सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 डॉक्टर सुनील शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक रेनू अग्रवाल, डीपीएम मंजीत कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी पूनम तिवारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी अतुल कुमार सोनी, जिला मलेरिया अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण एवं अन्य अधिकारीगण एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे।