जिला अस्पताल के चिक्तिसक की सेवाएं समाप्त करने के निर्देश, डीएम
मरीजों से दुर्व्यवहार पर डा. अंकित चौधरी की सेवा समाप्त।
रिपोर्टर मोहम्मद फैजान
बिजनौर। जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने कलक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक ली। बैठक में उपस्थित संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश भी दिए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि आशा भुगतान किसी भी मद में लंबित न रहे।इसमें सभी एमओआई की जवाबदेही तय की जाएगी। साथ ही उन्होंने एमओआईसी को निर्देश दिये कि साप्ताहिक स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा के लिए निर्धारित प्रारूप बनाएं और नियमित रूप से योजनाओं की प्रगति की समीक्षा भी करें। जिलाधिकारी ने समीक्षा के दौरान सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में मुलभूत सुविधाओं संतृप्त होने पर संतोष व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए कि सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में व्यवस्थाएं अद्यतन रखें। उन्होंने जननी सुरक्षा योजना की प्रस्तुत ब्लाक वाइज रिपोर्ट की समीक्षा में और अधिक बेहतर प्रदर्शन करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि स्वास्थ्य केन्द्रों में आने वाली सभी गर्भवती महिलाओं की एचआईवी आदि की जांच शत प्रतिशत कराएं।
जिलाधिकारी ने जिला संयुक्त चिकित्सालय बिजनौर में कार्यरत डा. अंकित चौधरी द्वारा ड्यूटी के दौरान मरीजों से दुर्व्यवहार करने तथा इमरजेंसी मरीजों को बहला फुसलाकर प्राइवेट अस्पतालों में ले जाने तथा स्पष्टीकरण का जवाब न देने को गंभीरता से लेते हुए उनकी सेवाएं तत्काल समाप्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि आशा भुगतान, कर्मचारियों के मानदेय भुगतान सहित किसी भी आदयगी को अनावश्यक रूप लम्बित रखने वाले कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही करें। उन्होंने सीसीपीएम को निर्देश दिए कि आशाओं का ससमय भुगतान कराना उनकी जिम्मेदारी है, इसलिए अपने दायित्वों का गंभीरतापूर्वक निर्वहन करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. कौशलेंद्र सिंह, के अलावा सभी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी तथा एमओआईसी मौजूद थे।