….. आंखें आईना होती है…..
आंखें आईना होती है, आंखें सब बोलती हैं।
हर गम ,हर दुख, हर राज़ खोलती है।
आंखें सब बोलती हैं, आंखें आईना होती है।
बिन कहें ना जाने, कितनी बात कहती है।
बिन बोले ना जाने कैसे, आंखें सब समझती हैं।
चाहे कोई कितना भी छुपाए, आंखें सब बोलती हैं।
दिल का दर्द जुबां सह ले, पर आंखें सब बयां करती हैं।
हंस के मुस्कुरा के छुपा ना सकोगे, आंखें तो दिल का आईना होती है।
हंसी झूठी हो सकती है पर, आंखें तो केवल सच बोलती है।
हां! ना समझ पाए तो नादान तुम, पर आंखें हर बात कहती है।
हर दर्द ,हर तकलीफ, हर गम का हिसाब रखती है।
जब दिल न सह पाए तब, आंखें अश्रु बन बहती है।
बहुत कुछ कहना चाहती हैं, सारी राज़ खोलना चाहती है।
बस फिर भी चुप रहती है, आंखे आंखों ही आंखों में सब कहती है।
आंखें आईना होती है, आंखें सब बोलती हैं।
प्यार ,नफरत ,इश्क, मोहब्बत, धोखा ,दर्द ,सब जानती हैं।
आंखें सब पहचानती है, पर फिर भी अक्ष बहा देती है।
दिल की बातें आंखें, आंखों में समझा देती हैं।
आंखें सब बता देती,
मिताली ममता शर्मा