जिस तरह सिक्के के दो पहलू होते है,वैसे ही इंसान के भी दो पहलू होते है,अंदर से कुछ और,बाहर से कुछ और-इंजीनियर लख्मीचंद यादव
पिछले 54 महीनों में हमारी मुहिम से बहुत सारे नेता व जातीय संगठनों के पदाधिकारी जुड़ गए लेकिन कुछ दूर चलते ही वह सभी लोग हमारा साथ छोड़ दिए हैरानी की बात है उनमें से किसी एक सदस्य ने भी हमारा साथ नही दिया जबकि इन लोगो ने ही समाज की लड़ाई लड़ने का ठेका भी लिया हुआ है ये सब के सब तो बहुत बड़े स्वार्थी निकल गए।
और हमको देखिए हम हर दिन हर पल धोखे पे धोखे खाकर लगातार पिछले 41 वर्षो से निश्वार्थ सेवा भाव से हर जरूरतमंद की अपने प्रभाव,अपने रसूख व अपने नेटवर्क के दम पे मदद करते आ रहे है जबकि हमको ना तो समाज का ठेकेदार बनना है और नाही हमको राजनीत में जाना है।इन स्वार्थी मतलबी नेताओ को हमसे सिख लेनी चाहिए ध्यान रहे आगे जनता का वोट वही पायेगा जो जनता के दुःख दर्द में उनकी मदद करेगा और उनके बीच रहेगा स्वार्थी मतलबी कदापि नही।
चाहे हम कितने भी अच्छे क्यों ना हो,लेकिन अगर हम गलत जगह पर होंगे तो हमारी कीमत भी धूल बराबर ही होगी इसलिए हम इन मौकापरस्तों,अहसानफरामोश व घटिया किस्म के लोगो से हमेशा दूरी बनाकर रखते है।
देश मे आजाद हिंद फौज एकलौता वो संगठन है जिसके नाम को सुनते ही हर किसी को गर्व की अनुभूति होती है ठीक इसी तरह भारतीय जनसेवा मिशन संगठन भी होगा जिसके नाम को सुनते ही हर किसी को गर्व की अनुभूति होगी ।हम क्वालिटी से कभी भी कोई समझौता नही करेंगे चाहे हमको सफल होने में 5 से 8 वर्ष और क्यों न लग जाए पर हम अपने मार्ग से कभी फ़िसलेंगे नही।