उद्देश्य आगे निकलना नही सही मार्ग पर लगातार बढ़ना होना चाहिए तभी आप सफल हो सकते है अन्यथा नही-इंजीनियर लख्मीचंद यादव
उद्देश्य आगे निकलना नही सही मार्ग पर लगातार बढ़ना होना चाहिए तभी आप सफल हो सकते है अन्यथा नही-इंजीनियर लख्मीचंद यादव
आप एक अच्छे मार्ग की तरफ आगे बढे,अच्छा माहौल बनाए, कभी किसी को धोखा न दे,कभी किसी का विश्वास न तोड़े, कभी किसी जरूरतमंद को ये न कहे की अभी में बिजी हूं बाद में बात करता हूं,और जरूरतमंदों से कभी ये भी न कहे की अभी में बाहर हूं बाद में बात करता हूं ऐसा करना महापाप है आप से जो भी हो सके उसकी तुरंत के तुरंत मदद करे ऐसा करना ही मानवता है।
में अपने अलावा किसी और से Competition में नही हूं मेरा लक्ष्य खुद को लगातार बेहतर बनाना है।
जब हमारे बड़े भाई योगेंद्र यादव जी का हार्ट अटैक से देहांत हो गया था तो हम श्मशान घाट से जैसे ही दाह संस्कार करके घर की तरफ वापस लौट रहे थे तो हरयाणा फरीदाबाद से एक ठाकुर सहाब का हम पर रौते हुए फोन आया और वह हमसे बोले यादव सर फेक्ट्री में हमारा आज गेट बंद कर दिया हम इस फेक्ट्री में पिछले 7 वर्ष से नोकरी कर रहे थे अब हम बीवी बच्चो को लेकर अचानक कहा जाए और कहां मर जाए हमने उनका दर्द सुनते ही फेक्ट्री के जीएम को तगड़ी लताड़ लगाई हमने फेक्ट्री में ताला डलवाने की भी धमकी दे डाली जीएम सहाब ने हमारी धमकी सुनते ही ठाकुर सहाब को तुरंत ही नोकरी पर रख लिया आज भी ठाकुर सहाब उसी फेक्ट्री में नोकरी कर रहे है ठाकुर सहाब से हम कभी मिले भी नही वो हमसे फेसबुक पर जुड़े बता रहे थे।
यह कटु सत्य है जब तक हम राजनेतिक लोगो से,स्वार्थी और मतलबी लोगो से,धोखेबाज,और जालसाज लोगो से दूर रहेंगे हम तब तक ही दुःखी,पीड़ित,शोषित, लाचार,कमजोर,गरीबो की निस्वार्थ सेवा भाव से मदद करते रहेंगे। और जिस दिन भी हम इन झूठे,जालसाज,मतलबी,स्वार्थी लोगो में मिल जाएंगे उस दिन हम भी अन्य की तरह नेतागिरी व राजनीत करने लगेंगे क्योंकि नेता लोग सिर्फ अच्छा भाषण देना जानते है,वो मुद्दे व विरोध की राजनीत करना जानते है वो जात धर्म की बात करके स्वयं को चमकाना जानते है अगेरा वगैरा।
बचपन से लेकर अब तक जिसने भी हमसे किसी भी तरह की कोई मदद मांगी है हमने तुरंत के तुरंत उसको मदद दी है जिसकी भी हमने मदद की या अन्य से सिफारिश करके मदद कराई हमने किसी से भी कभी कोई रुपया पैसा चार्ज नही किया है इसलिए पूरे भारत वर्ष में कोई भी हम पर एक भी लांछन नही लगा सकता और ना कोई भी हमारे कहे को कभी मना कर सकता है।
दुसरो से अलग होना ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।