पूर्व मंत्री के बेटे की राजनीतिक छवि को बदनाम करने के पीछे कौन है ,?जबकि रिक्शा चालक बेटे को जानता भी नहीं
अछनेरा: बीते दिवस24 जुलाई 2024 को राजा बलवंत महाविद्यालय के गेट पर गेट के सामने रिक्शा खड़ा करने को लेकर कॉलेज के गार्ड और रिक्शा चालक के बीच मामूली से विवाद को बीच बचाव करने को लेकर एक वीडियो साजिश के वायरल किया गया जिसमें पूर्व मंत्री चौधरी उदयभान सिंह के बेटे वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ संजीव पाल सिंह को ई रिक्शा चालक को मारते हुए दिखाया गया जबकि हकीकत यह है डॉक्टर संजीव पाल इस कॉलेज में वरिष्ठ प्रोफेसर हैं वह गेट से बाहर निकल रहे थे तभी उन्होंने कॉलेज के गेट गार्ड और रिक्शा चालक के बीच हाथापाई होते हुए देखा तो उन्होंने झगड़ा आगे ना बड़े इसलिए बीच विचार करने का प्रयास किया लेकिन न जाने किसने इस बात को दूसरा रूप दे दिया और रिक्शा चालक आशीष का कहना है मैं प्रोफेसर डॉ संजीव पाल को जनता तक नहीं हूं ना ही मेरी उनसे कोई रंजिश है ना ही मैंने उनके खिलाफ कोई पुलिस को तहरीर दी है मुझे तो दूसरे दिन समाचार के माध्यम से पता चला पूर्व मंत्री चौधरी उदयभान सिंह के बेटे प्रोफेसर डॉक्टर संजीव पाल का नाम मेरे से जोड़कर राजनीति का खेल खेला जा रहा है जबकि मैं इस बात से अनभिज्ञ हूं और मेरा परिवार और मैं आश्चर्यचकित हूं मैं किसी के खिलाफ कोई पुलिस को तहरीर नहीं दी सिर्फ अज्ञात के रूप में दी है कालेज के पास खड़े दो लड़के मुझे बरगला कर तहरीर दिलवाने ले गए इसी बात को लेकर आज मेरे द्वारा अपनी बात को स्पष्ट रूप से रखने के लिए मीडिया का सहारा लिया है जिससे मैं अपनी सच्चाई मीडिया के माध्यम से सभी को बता सकूं यह सब किसी के दबाव में नहीं सिर्फ और सिर्फ हकीकत सामने लाने के लिए मैंने मीडिया का सहारा लिया है मुझे षड्यंत्र के तहत राजनीति का शिकार कौन बनना चाह रहा है यह भी मुझे नहीं पता मैं रिक्शा के द्वारा मजदूरी करके अपने बूढ़े माता-पिता एवं भाई बहन का पालन पोषण कर रहा हूं मुझे किसी से कोई शिकायत नहीं है आज मैंने अपने परिवार सहित मीडिया के समक्ष हकीकत को सामने रखा है