लैप्स बीमा पॉलिसी को चालू करवाने के नाम पर करोड़ों रुपयों की ठगी करने वाले दो शातिर साइबर अपराधी/खाताधारक गिरफ्तार
नोएडा। साइबर क्राइम थाना कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर द्वारा पी0 एन0 बी0 बैंक से कोरोना काल के दौरान फर्जी पतों पर आधार कार्ड का प्रयोग कर कार्डलैस निकासी स्कीम के तहत ए0 टी0 एम0 मशीन मे गड़बड़ी कर 24 लाख 40 हजार रुपए व लैप्स बीमा पॉलिसी को चालू करवाने के नाम पर करोड़ों रुपयों की ठगी करने वाले दो शातिर साइबर अपराधी/खाताधारक गिरफ्तार।
पी0 एन0 बी0 बैंक प्रबन्धक शाखा भँगेल नोएडा के द्वारा दिनांक 30/09/2021 को थाना फेस 02 पर मु0अ0सं0 0599/2021 धारा 406/420 भादवि व 66 आई0टी0 एक्ट,जनपद गौतमबुद्धनगर बनाम योगेश चौहान सेक्टर 58 बिशनपुर के विरुद्ध पंजीकृत कराया गया था, जिसकी विवेचना साइबर थाने से करते हुये तकनीकी व दस्तावेजी साक्ष्यो के आधार पर धारा 467/468/471/120बी भादवि व 66डी आई0 टी0 एक्ट की बढ़ोत्तरी की गयी एवं अभियुक्त 1-अभिषेक प्रताप सिंह पुत्र दयाराम 2-योगेश चौहान पुत्र कुंवरपाल सिंह के नाम प्रकाश में आये ।
कार्यवाही का विवरण-
साइबर क्राइम थाना सेक्टर-36, नोएडा द्वारा मु0अ0सं0 0099/2023 धारा 406/420/467/468/471/120बी0 भादवि व 66डी आई0टी0 एक्ट, थाना साइबर क्राइम नोएडा, जनपद गौतमबुद्धनगर से सम्बन्धित शातिर अभियुक्तों 01-अभिषेक प्रताप सिंह पुत्र दयाराम निवासी नोनिमगंज थाना कायमगंज फरुखाबाद उम्र 36 वर्ष, 02-योगेश चौहान पुत्र कुंवरपाल सिंह निवासी नारायण नगर बस स्टेशन के पीछे थाना कोतवाली एटा उम्र 40 वर्ष को सेक्टर 58 पार्क के पास नोएडा से दिनांक 28-06-2024 को गिरफ्तार किया गया है।
अपराध करने का तरीकाः
अभियुक्तगणों द्वारा पूछताछ के दौरान के बताया कि बैंको द्वारा कोरोना काल मे आनलाइन बैंक खातों को खोलने की सुविधा दी गयी थी उसका फायदा उठाकर अभियुक्त द्वारा अपने अपने साथियों के साथ मिलकर विभिन्न बैंक खातों मे फर्जी नाम पते के आधारकार्ड बनवाकर तथा उन पर धोधाधड़ी करने की नियत से लिए गए फर्जी सिमो को बैंक खातों मे रजिस्टर्ड कर बैंक खाते खुलवाये फिर उन पर इंटरनेट बैंकिंग एवं एटीएम एवं कार्डलैस एटीएम सुविधा को सक्रिय कर साथ ही विभिन्न बीमा कंपनियों के जिनका बीमा किसी कारण से बंद हो गया था ऐसे व्यक्तियों का डाटा थर्ड पार्टी के माध्यम से लेकर बीमा पॉलिसी पुनः चालू करने का प्रलोभन व बोनस के लाभ का झांसा देकर धोखाधड़ी की जाती थी एवं फर्जी खातों मे जमा की धनराशि को कार्डलेस एटीएम सुविधा से निकालते थे जिसमे एटीएम मे निकासी के वक्त जो धनराशि एटीएम द्वारा निकासी द्वार पर निकाली जाती थी उसमे ऊपर ओर नीचे के नोटों को छोड़कर बीच के नोटों को चिमटी से पकड़कर रखते थे कुछ समय बाद मशीन ऊपर और नीचे के नोटों को खीच लेती थी चिमटी वाले नोट अभियुक्तों द्वारा बाहर निकाल लिए जाते थे इस प्रकार उस निकासी मे पहले तो dabit होने का मेसेज आ जाता था परंतु मूल बैंक खाते से धनराशि नहीं कटती थी अभिय़ुक्तो द्वारा पीएनबी बैक भंगेल नोएडा के इसी तरह एटीएम कार्डलेस से धोखाधड़ी कर 24 लाख 40 हजार रुपये खाते से निकाल लिये लेकिन अभियुक्त के खाते में जमा धनराशि बैक से नही कटती थी ।