रासायनिक आपदाओं के समय “क्या करें क्या ना करें” को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा एडवाइजरी की गई जारी
गौतम बुद्ध नगर: राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण भारत सरकार एवं डीएम मनीष कुमार वर्मा के निर्देशों के क्रम में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार द्वारा रासायनिक आपदाओं के समय क्या करे क्या न करें, के सम्बन्ध में औद्योगिक क्षेत्रों में जन-जागरुकता हेतु एडवाइजरी जारी की गई है।
रासायनिक आपात स्थिति से पहले, क्या करें-
रसायनो यहा तक की आम घरेलू उत्पादों का भी मिश्रण न बनाए। कुछ सयोजन जैसे अमोनिया और ब्लीच, विषाक्त गैसों का निर्माण कर सकते है।
रासायनिक उत्पादों को ठीक से स्टोर करे।
गैर खाद्य उत्पादों को आसानी से पहचानने के लिए उनके मूल कंटेनरो कसकर बंद कर रखे।
इस्तेमाल न किये गए रसायनों को ठीक से निपटाए। अनुचित निपटान स्थानीय जल आपूर्ति को कर सकता है।
खतरनाक क्षेत्रों में धूम्रपान न करे और आग न लगाए।
यदि संभव हो तो खतरनाक रसायनों को संसाधित करने वाले उद्योगों के पास रहने से बचे।
आपातकालीन संपर्क नंबरों को संभाल कर रखे। साथ ही आस-पास के खतरनाक उद्योगों के नम्बर भी तैयार रखे।
सरकार/स्वैच्छिक सगठनों/ औद्योगिक इकाइयों द्वारा आयोजित क्षमता निर्माण कार्यक्रमों में भाग ले।
सुरक्षित आश्रयों और उन तक पहुँचने के आसान एवं सुरक्षित मार्गो की पहचान करें।
अपने परिवार के लिए एक आपदा प्रबन्धन योजना तैयार करे।
एक आपदा किट अवश्य तैयार करे, जिसमे सुरक्षित रहने का आवश्यक सामान हो।
रासायनिक आपात स्थिति के दौरान, क्या करे-
घबरायें नहीं। लक्षित मार्ग द्वारा जल्द से जल्द घर खाली कर दें।
घर से निकलते समय चेहरे पर कपडे का गीला टुकड़ा रखे।
यदि आप घर पर खाली करने में असमर्थ है, जो सभी दरवाजे और खिड़कियों को कसकर बंद कर दें।
सुरक्षित स्थान पर पहुंचकर आपातकालीन सेवाओ (पुलिस, अस्पताल आदि) को सूचित करें।
अपवाह न फैलाये, न हीं उन पर ध्यान दें या विश्वास करें।
समुदाय-
पूरे अड़ोस पड़ोस को रासायनिक खतरों और उनके इलाज के लिए आवश्यक प्राथमिक उपचार से अवगत करायें।
आधिकारिक समाचारों और घोषणाओं के लिए रेडियो सुन, टीवी देखें और मोबाइल फोन देखें।
सरकारी अधिकारियों को सटीक जानकारी दे।
मौजूद खतरे से निपटने के लिए सुरक्षात्मक उपकरणों की सटीक आवश्यकता से अधिकारियों को अवगत कराए।