अंध भगति व अंधविश्वास इस देश को एक दिन तबाह कर देगी इसलिए अब अंध भगति व अंधविश्वाश को रोकना बहुत जरूरी हो गया है-इंजीनियर लख्मीचंद यादव

Video News

अंध भगति व अंधविश्वास इस देश को एक दिन तबाह कर देगी इसलिए अब अंध भगति व अंधविश्वाश को रोकना बहुत जरूरी हो गया है-इंजीनियर लख्मीचंद यादव

अंधविश्वास सदियों से चला आ रहा है।यह समाज मे फैला ऐसा भयंकर रोग है,जिसने समाज की नींव खोखली कर दी है।अंधविश्वास किसी जाति,समुदाय या वर्ग से संबंधित नही है बल्कि यह समान रूप से हर वर्ग के अंदर विधमान होता है।अंधविश्वास में पड़ा हुआ मनुष्य केई बार इस प्रकार के कार्य करता है,जो हास्याप्द स्थिति पैदा कर देता है।

बलात्कारी पुलिस की नोकरी से निकाले गए पाखंडी भोले बाबा ने हाथरस में केई सो लोग बे मौत मरवा दिए और उस नीच भोले बाबा के आश्रम मैनपुरी पर जाकर मध्यप्रदेश की एक बुजुर्ग महिला कल भूखी प्यासी रहकर केई घण्टो से जमीन पर लेटकर भोले बाबा नाम के पाखंडी को दंडवत प्रणाम कर रही थी समझ ही नही आता ये इस तरह के पाखंडियों के झांसे में आ कैसे जाते है??आखिर इन्हें पाखंडी ऐसी कौनसी ट्रेनिंग देता है जो ये इस तरह के काम करने पर मजबूर होते है।

किसी भी बात पर किसी भी निर्णय पर आँख कान और दिमाग बंद कर के विश्वास करने का मतलब है अंधविश्वास और जहाँ अंधविश्वास होगा वह समाज कभी आगे नही बढ़ सकता।

इसी तरह कमांडो से भी ज्यादा खतरनाक ट्रेनिंग होती है अंध भगतो की क्योंकि वो बेरोजगारी सह लेंगे वो दाने-दाने को तरस जाएंगे ,जलील हो जाएंगे,वो अपमान सह लेंगे,वो किसी का भी थूक कर चाट लेंगे अगेरा बगेरा।

लेकिन वो अपने आका से कभी भी सवाल नही करेंगे और जो उनके आका से सवाल करेगा भी उसे ये अंध भगत गद्दार,देशद्रोही और पाकिस्तानी आदि घोषित कर देंगे।जीवन मे भक्ति अनिवार्य है जो आपको मोक्ष की दिशा में अग्रसर करती है किंतु अंध भगति आपको दिशाविहीन कर देती है।आपका स्वयं पर से नियंत्रण हट जाता है।

हम अन्य किसी पार्टी कार्यालय पर तो कभी गए नही पर हम सपा के कार्यालय लखनऊ पर दो बार जीवन मे जरूर गए है वहां दोनों बार हमने देखा वो लोग मोबाइल अंदर ले जाने की परमिशन नही देते और अंदर पार्टी नेताओं/कार्यकर्ताओ को अखिलेश यादव के सुरक्षा कर्मी व उनके अधीन कार्य करने वाले लोग बहुत बुरी तरह का व्यवहार करके उन्हें पल-पल अपमानित करते है कोई महिला हो या पुरुष उन्हें उस बात से कोई मतलब नही वो सबके साथ एक जैसा ही व्यवहार करते है।हालांकि हमने ऐसा करने वालो को दोनों ही बार एन मोको पर ही कड़ीं फटकार लगाई है।

हर जगह ये सब ऐसा क्यो हो रहा है? ईसी गलत सिस्टम की वजह से हर विभाग में,हर दल के कार्यालय में बड़े लोगो के बंगलो पर और हर पाखंडी के आश्रम का सिस्टम पूरी तरह ध्वस्त है इस खराब सिस्टम के खिलाफ भी हम सभी को मिलकर आवाज बुलंद करनी होगी नही तो ऊपर से नीचे तक का पूरा सिस्टम ही ध्वस्त हो जाएगा।

अमीर जब किसी गरीब को लुटता है तो उसे बिज़नेस कहते है और जब कोई बड़ा आदमी किसी गरीब को सरेआम बेज्जत करता तो उसे सिस्टम कहते है और जब गरीब पलटकर उनसे लड़ता है तो उसे हिंसा और कानून का उलंघन करना कहते है ये क्या अजीव सिस्टम है??

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *