लगातार हो रहा है प्राधिकरण की जमीन पर कब्जा,लेकिन फिर भी अधिकारी मौन,तो सुनेगा कौन
सोरखा शिव गेट के पास खसरा संख्या 388 पर भूमाफियाओं का कब्जा
जिस जमीन पर बनना था बारात घर,उस पर भूमाफिया बना रहे हैं अपना घर
अधिकारियों के संरक्षण में भूमाफियाओं की बल्ले बल्ले
कई बार खबर प्रकाशित करने के बाद भी नहीं हुई कार्यवाही
विकास को तरसता प्राधिकरण के गांव सोरखा
नोएडा:-उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के द्वारा समय-समय पर अधिकारियों की बैठक कर उनको सख्त दिशा निर्देश दिए जाते हैं कि किसी भी प्रकार का कोई भी अवैध कार्य होता या कोई करता हुआ पाया जाता है तो उस पर तत्काल कार्रवाई आपके द्वारा की जानी चाहिए अगर कोई भी अबैध कार्य में संलिप्त कोई अधीनस्थ पाया जाता है तो उसको भी किसी भी सूरत में बक्सा नहीं जाएगा । सीएम की लगातार बैठक एवं सख्त दिशा निर्देश के बाबजूद भी कुछ भ्रष्ट अधिकारी आज भी अपनी मनमानी कर रहे हैं उनके संरक्षण में अवैध कार्य करने वाले एवं भू माफिया खूब फल फूल रहे हैं । अगर भूमाफियाओं की शिकायत किसी के द्वारा की जाती है तो मिले हुए भ्रष्ट अधिकारी कार्रवाई के नाम पर ढाक के तीन पात कर देते हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के जनपद गौतमबुद्ध नगर के गांव सोरखा का है ।सोरखा गांव प्राधिकरण के अधीन है और भूमाफियाओं के चंगुल में है ।यहां के भूमाफिया प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों के संरक्षण में लगातार जमीन पर कब्जा कर रहे हैं ।जब इनकी शिकायत की जाती है तो प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों की कारगुजारी सामने आ जाती है और कार्यवाही नहीं हो पाती है ।
जानकारी के मुताबिक गांव सोरखा के शिव गेट के पास खसरा संख्या 388 की जमीन पर भूमाफिया लगातार अवैध कब्जा एंव निर्माण कर रहे हैं यह जमीन प्राधिकरण सर्किल 6 के अन्तर्गत आती है इस जमीन पर भूमाफियाओं का कब्जा कराने में प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध है जिसमें प्रमुख भूमिका वर्क सर्किल 6 के मैनेजर केवी सिंह और उनके जेई ,भूलेख विभाग में तैनात लेखपाल प्रवेश दीक्षित की है ।
प्राधिकरण के अधीन गांव सोरखा में कोई भी बारातघर एंव डिस्पेंसरी अभी तक नहीं बनी है ।जिस जमीन को बारातघर एंव डिस्पेंसरी के लिए छोड़ा गया था उस जमीन पर भ्रष्ट अधिकारियों ने भूमाफियाओं से मेज के नीचे दुआ सलाम कर अवैध कब्जा करा दिया है ।
*हजारों शिकायत के बाद भी कुंभकर्ण की नींद सो गए भ्रष्ट अधिकारी*
खसरा संख्या 388 सोरखा शिव गेट के पास की जमीन जो कि प्राधिकरण की है जिस पर ग्रामीणों के लिए बारातघर बनना था लेकिन वह भी भूमाफियाओं के चंगुल में है ।भूमाफिया उस जमीन पर अपना घर बना रहे हैं ।भूमाफियाओं द्वारा किए जा रहे कब्जे की शिकायत को कई बार प्राधिकरण में की गई एंव हजारों बार ऑनलाइन शिकायत की गई लेकिन आज तक न तो जमीन मुक्त हुई और ना ही भूमाफियाओं पर कोई कार्यवाही हुई ।भ्रष्ट अधिकारियों ने शिकायतों को कचरे के डिब्बे में डाल दिया और भूमाफियाओं को जमीन पर कब्जा करने की सम्पूर्ण आजादी दे दी ।गुंडे भूमाफियाओं के सामने कुछ भ्रष्ट अधिकारियों ने अपना ईमान बेच दिया और अपनी ही जमीन पर कब्जा कराकर चैन की नींद सो रहे हैं ।जिस जमीन पर बनना था बारात घर उस पर बन रहा है भूमाफियाओं का घर ।
*दर्जनों बार हुई खबर प्रकाशित लेकिन अधिकारी मौन*
प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों ने हर सर्कल में भूमाफियाओं को करोड़ों की जमीन के घोटाले करा दिए हैं ।बहुत सी जमीनें ऐसी जिनका आज तक खुलासा नहीं हुआ है और जिस जमीन का खुलासा पूर्ण रूप से हो गया उस पर भी प्राधिकरण के अधिकारियों ने कार्यवाही नहीं की ।ऐसे ही मामला सोरखा शिव गेट पास खसरा संख्या 388 का है यह जमीन प्राधिकरण की है और उस पर बारातघर बनना था लेकिन प्राधिकरण के अधिकारी भूमाफियाओं का घर बनाने की जुगाड़ में लगे हुए हैं।सोरखा शिव गेट के पास की खसरा संख्या 388 की जमीन के संबन्ध में कई बार दैनिक यूपी न्यूज एक्सप्रेस ने खबर प्रकाशित की, खबरें भी दर्जनों की संख्या में लगाई गई ।लेकिन फिर भी इन गुंडे भूमाफियाओं पर किसी भी प्रकार की कोई भी कार्यवाही नहीं की गई।खबर पढ़ने के बाद भी प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारी मौन रहते है और कार्यवाही के नाम पर सिर्फ ढाक के तीन पात करते हैं ।