चुनाव खत्म होते ही ढेर होने लगे अपराधी
- – सीएम योगी के जीरो टॉलरेंस नीति को अमलीजामा पहनाने में फिर से जुटी यूपी पुलिस
- – चुनाव बाद यूपी पुलिस का अपराधियों के खिलाफ अभियान हुआ तेज
- – यूपी पुलिस : इलेक्शन संपन्न, एक्शन शुरू
- – बैकफुट पर माफिया, 15 दिन में 9 पर कसा शिकंजा, एनकाउंटर में दो ढेर, 96 घायल
- – प्रशांत सिंह ‘प्रिंस’ और निलेश राय जैसे दुर्दांत हुए ढेर, माफिया विजय मिश्र को हुई सजा
- – मेरठ का माफिया विनय त्यागी और कानपुर का पप्पू स्मार्ट पुलिस शिकंजे में
- – सिपाही गैंग पर कसा शिकंजा, तो मूंछ गिरोह की साढ़े चार करोड़ की संपत्ति हुई कुर्क
लखन। यूपी में निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव के साथ ही विभिन्न पर्व-त्योहारों को सकुशल संपन्न कराने वाली यूपी पुलिस का इकबाल एक बार फिर बुलंदी पर है। अपराध और आपराधियों के विरुद्ध मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीरो टॉलरेंस की नीति को अमलीजामा पहनाने में जुटी यूपी पुलिस की निगाहें अपराधियों के खिलाफ दोबारा टेढ़ी हो चुकी हैं। बीते 15 दिनों की रिपोर्ट पर नजर डालें तो बदमाशों के खिलाफ चली 79 ताबड़तोड़ कार्रवाई से अपराधियों के पांव एक बार फिर उखड़ने शुरू हो गये हैं। 4 जून से 19 जून के बीच हुए इन मुठभेड़ों में दो दुर्दांत बदमाशों को ढेर किया जा चुका है, जबकि 96 अपराधी घायल हुए हैं। एनकाउंटर के दौरान अबतक 139 बदमाशों को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है। हालांकि इन मुठभेड़ों के दौरान सात पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
माफिया विजय मिश्रा को हुई सजा
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार के अनुसार राज्य स्तर के चिह्नित 68 माफिया गैंग के सदस्य और सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है। अबतक विभिन्न माफिया गिरोह के 9 सदस्यों के खिलाफ विभिन्न स्तरों पर कार्रवाई की गई है। इनमें से तीन की गिरफ्तारी की जा चुकी है, जबकि 1 के खिलाफ गैंगेस्टर और 2 के खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।