मिल्कीपुर उपचुनाव – भाजपा से टिकट के कई दावेदार, तीन नामों पर चर्चा की अटकलें
अयोध्या। मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा से टिकट को लेकर कई दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। टिकट को लेकर नेताओं ने समीकरण बनाना शुरु कर दिया है। मुख्यालय का चक्कर लगाने से लेकर पदाधिकारियों से मुलाकात का सिलसिला चल रहा है। भाजपा सूत्रों के अनुसार टिकट के दावेदारों में पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ, रामू प्रियदर्शी व नीरज कन्नौजिया का नाम प्रमुखता से चल रहा है।
मिल्कीपुर से पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ को टिकट का प्रमुख दावेदार माना जा रहा है। 2017 का चुनाव उन्होंने जीता था। लेकिन पिछला चुनाव वह हार गये थे। जबकि उस समय प्रदेश में भाजपा की लहर चल रही थी। लोकसभा चुनाव 2019 तथा 2024 में मिल्कीपुर में भाजपा को पहले स्थान पर लाने की जिम्मेदारी उन्हीं कंधों पर थी। लेकिन वह इसमें भी सफल नहीं हो सके। यहां पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। 2022 चुनाव के दौरान मिल्कीपुर में कई स्थानों पर प्रत्याशी को लेकर असंतोष भी सामने आया था। युवाओं में बाबा गोरखनाथ की अच्छी पकड़ मानी जाती है। जो टिकट के दावेदारों मे उन्हें आगे लेकर आती है।
दूसरा नाम पूर्व विधायक रामू प्रियदर्शी का है। वह रामलहर में सोहावल विधानसभा सीट से विधायक चुने गये थे। लेकिन इसके बाद वह अपनी जमीनी पकड़ को साबित नहीं सके। पार्टी ने उनके उपर कई बार विश्वास जताया। लेकिन वे सोहावल विधान सभा से चार बार तथा मिल्कीपुर से एक बार चुनाव में पराजित हो चुके हैं। 2012 के चुनाव में मिल्कीपुर से भाजपा प्रत्याशी रामू प्रियदर्शी तीसरे स्थान पर रहे थे।
जिले के प्रमुख व्यवसाई व समाजसेवी नीरज कन्नौजिया की दावेदारी काफी मजबूत मानी जा रही है। नीरज कन्नौजिया 2017 व 2022 में भाजपा से टिकट के दावेदार रहे हैं। टिकट न मिलने पर भी भाजपा के प्रत्याशियों को जीत दिलाने के लिए उन्होंने अपनी मेहनत जारी रखी। भाजपा अगर किसी नये चेहरे पर विचार करती है। उसमें नीरज कन्नौजिया का नाम सबसे उपर माना जा रहा है। नीरज की जिले भर के सजातीय मतदाताओं में अच्छी पकड़ है। व्यापारी व समाजसेवी होने के नाते वह सभी जातियों में लोकप्रिय है। टिकट के अन्य दावेदारों मे जिला महामंत्री राधेश्याम त्यागी, काशीराम रावत, विनय रावत, चन्द्रभानु सहित अन्य नाम भी शामिल है।