पूजा हवन से देवता प्रसन्न होकर असीम अनुकंपा बरसाते हैं : अशोक भाटी
नोएडा: नोएडा के सलारपुर गाँव में खेड़ा देवत पूजा, यज्ञ हवन और भंडारे का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन का नेतृत्व भारतीय किसान यूनियन और अखिल भारतीय गुर्जर महासभा गौतम बुध नगर के जिला अध्यक्ष अशोक भाटी ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 10 बजे हुआ और यह शाम 7 बजे तक निरंतर चलता रहा, जिसमें हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। अशोक भाटी ने बताया कि प्राचीन काल से ही खेड़ा देवत पूजन एवं विशाल भंडारे का आयोजन होता आ रहा है। इस आयोजन में संपूर्ण ग्रामवासी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं और इसमें सहयोग करते हैं। लोगों का मानना है कि खेड़ा देवत पूजन, यज्ञ हवन और भंडारे से देवता प्रसन्न होते हैं और ग्रामवासियों पर अपनी असीम अनुकंपा बरसाते हैं। इससे गाँव में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। अशोक भाटी ने बताया कि कोरोना काल के दौरान भी इस भंडारे का आयोजन निरंतर जारी रहा। इस दौरान जरूरतमंदों को भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की मदद की गई। खेड़ा देवत की कृपा से गाँव में महामारी के दौरान भी सब कुशलपूर्वक रहा। इस प्राचीन परंपरा को ग्रामवासी बड़े हर्षोल्लास के साथ हर साल मनाते हैं और अपने आप को गौरवान्वित महसूस करते हैं।
कार्यक्रम में ग्रामवासियों का योगदान भी सराहनीय रहा। सभी ने मिलकर आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया। इस प्रकार के आयोजन न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखते हैं, बल्कि सामाजिक एकता और भाईचारे को भी बढ़ावा देते हैं।
शाम 7 बजे तक चले इस आयोजन का समापन भी हर्षोल्लास के साथ हुआ। उपस्थित सभी लोगों ने खेड़ा देवत से आशीर्वाद लिया और प्रसाद ग्रहण किया। इस प्रकार का आयोजन समाज में सकारात्मक ऊर्जा और सामूहिक प्रयासों का प्रतीक है।
नोएडा सलारपुर में खेड़ा देवत पूजा, यज्ञ हवन और भंडारे का आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह सामाजिक एकता और सामुदायिक सहयोग का भी प्रतीक है। इस प्रकार के आयोजन हमें हमारी जड़ों से जोड़ते हैं और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देते हैं। आयोजकों और ग्रामवासियों के सामूहिक प्रयासों ने इस आयोजन को सफल और यादगार बना दिया।इस आयोजन में कई प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया, जिनमें सुखबीर प्रधान, कृपाल भगत, जलकेश बाबूजी, ओमन भाटी, डॉ. बाली सिंह, सिंहराज गुर्जर, चरण सिंह भाटी, मनोज भाटी, सुनील भाटी, रिकी प्रधान, राजू प्रधान, मनोज त्यागी, रामकुमार भड़ाना, बिंटू भड़ाना, भूप भड़ाना, दीपक भाटी, अजय अधाना, धर्मवीर भगतजी, ओमी भगतजी, आजाद भाटी, सुभाष नेताजी, करतार भाटी, रामधन गुर्जर, उमेश भड़ाना, विजेंद्र भाटी, जयचंद शर्मा, प्रिंस शर्मा, योगेश भाटी, पार्थ गुर्जर, अमित नेताजी, कृष्ण भाटी, गजेंद्र रेक्सवाल, योगेश रेक्सवाल, विकल मावी, नितिन सिंह आदि शामिल थे। इन सभी ने अपने सहयोग से इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।