सत्‍संग में मौत का तांडव, लगा शवों का ढेर, भगदड़ में 116 लोगों की मौत

Video News

सत्‍संग में मौत का तांडव, लगा शवों का ढेर, भगदड़ में 116 लोगों की मौत

हाथरस: हाथरस में एक सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से अभी तक 116 लोगों की मौत हो गई है।इसमें बड़ी संख्‍या महिलाओं की है,मृतकों की संख्‍या अभी और बढ़ सकती है।सीएम योगी आदित्‍यनाथ बुधवार को हाथरस जाएंगे,हाथरस पहुंचकर वे मृतकों के परिजनों से मिलेंगे और हादसे में घायल श्रद्धालुओं का हाल जानेंगे।

घटना के बाद से चारों तरफ चीख पुकार मची हुई है, पुलिस प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा है. सूचना के बाद घटना स्थल के लिए प्रशासनिक अधिकारी रवाना हुए हैं।यह सत्‍संग हाथरस के फुलरई मुगलगढ़ी में आयोजित हुआ था,साकार नारायण विश्‍व हरी भोले बाबा का यह सत्‍संग बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि प्रवचन ख़त्म करने बाद बाबा के पैर छूने और आशीर्वाद लेने की वजह से भगदड़ मची।

हाथरस की दुर्घटना पर मुख्यमंत्री ने दुःख जताते हुए गहन जांच के आदेश दिए हैं।मृतकों को 2-2 लाख तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश भी दिए गए हैं, कार्यक्रम आयोजकों के विरुद्ध एफआईआर की जाएगी और बड़ी कार्रवाई की तैयारी में शासन में है।

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लिया है।सीएम ने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के संवेदना प्रति व्यक्त की है,सीएम ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं और साथ ही घायलों के समुचित उपचार के दिए निर्देश हैं ।

एसएसपी एटा राजेश कुमार सिंह द्वारा सबसे पहले दी गई जानकारी में बताया गया कि भगदड़ में लोगों की मौत हुई है।पोस्‍टमॉर्टम के लिए 40 डेड बॉडी आई हैं, जिनमें 23 महिलाएं हैं, 3 बच्‍चे हैं और एक पुरुष है।हाथरस हादसे की जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है। एडीजी आगरा जोन के नेतृत्व में कमेटी इस बड़े हादसे की जांच करेगी,अलीगढ़ के कमिश्नर भी इसकी जांच करेंगे।
अभी तक मिल रही जानकारी के अनुसार, प्रवचन कार्यक्रम में मची भगदड़ में भक्तों की मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।प्रशासन की लापरवाही के कारण इतना बड़ा हादसा हुआ। परमिशन से अधिक संख्या में भक्तों का सैलाव उमड़ने के कारण यहां अव्‍यवस्‍था हुई।प्रशासन ने कोई भी पुख़्ता व्यवस्था नहीं की थी, पुलिस की बड़ी लापरवाही भी सामने आ है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *